मानव कल्याण हेतु समर्पित संस्थाओं, मंदिरों व सज्जनों का परिसंघ
पंजीयन क्रमांक: 0874@2013
: कार्यालय :
राष्ट्रीय अध्यक्ष: त्रिलोकी प्रसाद वर्मा रामसखी निवास, पड़ाव पोखर लेन, आमगोला,
महामंत्री: इंजी. संजीव वर्मा 'सलिल',
२०४, विजय अपार्टमेन्ट, नेपियर टाउन, जबलपुर, ४८२००१ मध्यप्रदेश ९४२५१ ८३२४४ , ०७६१ २४१११३१, salil.sanjiv@gmail.com
कोषाध्यक्ष-प्रशासनिक सचिव: अरबिंदकुमार सिन्हा जे. ऍफ़. १/७१, ब्लोक ६, मार्ग १० राजेन्द्र नगर पटना ८०००१६, ०९४३१० ७७५५५, ०६१२ २६८४४४४, arbindsinha@yahoo.com
। कायास्थित ईश का, अंश हुआ कायस्थ ।
।। सब सबके सहयोग से, हों उन्नत आत्मस्थ ।।
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पत्र क्रमांक: ०१/महा/राकाम/२०१५ ६-१-२०१५
प्रति :
१. समस्त पदाधिकारी, राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद्।
२. समस्त संबद्ध संस्थाएँ, राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद।
३. समस्त चित्रांश पत्रिकाएँ|
४. समस्त सम्बंधित प्रतिष्ठान|
विषय : राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद् की राष्ट्रीय सञ्चालन समिति/कार्यकारिणी समिति बैठक व वार्षिक आम सभा जयपुर दिनाँक २८-२९ दिसंबर २०१४ का संक्षिप्त कार्यवाही विवरण।
सन्दर्भ: क्रमांक ५०१//महा/राकां/२०१५ २०-१२-२०१४
महोदय,
वंदे मातरम।
राष्ट्रीय कायस्थ परिषद १२ वाँ वार्षिक सम्मेलन : २७ - २८ दिसंबर२०१४
सारांश :
राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद दिल्ली का १२ वाँ वार्षिक सम्मेलन २७-२८ दिसंबर २०१४ को पंचायती धर्मशाला जयपुर में राजस्थान फेडरेशन ऑफ़ कायस्थ एसोसिएशंस के तत्वावधान में संपन्न हुआ। देश की सामजिक-राजनैतिक परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में कायस्थ समाज की भूमिका को परिणाममूलक बनाने, हिंदीभाषी तथा अहिंदीभाषी कायस्थों को एक साथ जोड़ने, कायस्थ संस्थाओं को अधिक प्रभावी बनाने तथा भ्रष्टाचार व आरक्षण के विरुद्ध संघर्ष करने का निर्णय लिया गया।
संस्था को परिसंघ के रूप में विकसित करने, कायस्थ कैलेण्डर, कायस्थ पंचांग, कायस्थ डायरेक्टरी, चित्रगुप्त जी के अवतरण-पूजन, कायस्थों के संस्कारों, पर्वों आदि से सबंधी जानकारी प्रकाशित कर युवा पीढ़ी को संस्कारित करने, कायस्थ संस्थाओं में सहयोग वृद्धि, सदस्यता अभियान को गति देने, पंजीयन पूर्व के आजीवन सदस्यों की सदस्यता निरन्तरित करने, आगामी निर्वाचनों में कायस्थ उम्मीदवारों को समर्थन देने, नेताजी सुभाषचन्द्र बोस तथा स्व. लालबहादुर शास्त्री के निधन सबंधी सत्यता जानने हेतु आयोग गठित किये जाने संवैधानिक पदों पर नियुक्ति के समय कायस्थों को समुचित प्रतिनिधित्व दिये जाने, अंतरजाल पर ब्लॉग / वेब साइट / फेसबुक पेज के नियमित सञ्चालन करने सम्बन्धी निर्णय लिये गये।
इसके पूर्व दिनाँक २७ दिसंबर २०१४ को सञ्चालन समिति की बैठक रेलगाड़ियों के अत्यधिक विलम्ब से चलने के कारण अध्यक्ष महोदय के न पहुँच सकने पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. उमेशचन्द्र श्रीवास्तव कानपुर की अध्यक्षता तथा महामंत्री आचार्य संजीव 'सलिल' के सञ्चालन में संपन्न हुई। भगवान चित्रगुप्त की वंदना के पश्चात बैठक में गत ६-७-२०१४ को कटक उड़ीसा में संपन्न बैठक में की गयी कार्यवाही की सम्पुष्टि की गयी।पदाधिकारियों ने अपने प्रतिवेदन तथा प्रस्ताव प्रस्तुत किये। महामंत्री संजीव वर्मा 'सलिल' ने पारिवारिक विषमताओं के बावजूद अपने नागपुर, रायपुर, लखनऊ, कानपूर, इटावा तथा मैनपुरी का भ्रमण करने की जानकारी दी। वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. श्रीवास्तव ने १० दिसंबर २०१४ को कानपुर में सम्पन्न विशाल प्रादेशिक कायस्थ सामूहिक विवाह एवं परिचय सम्मेलन की विस्तृत जानकारी दी।
निम्न प्रस्ताव सर्व सम्मति से पारित किये गये -
१ - महापरिषद के उपाध्यक्ष स्व. भगवत स्वरूप कुलश्रेष्ठ की बहुमूल्य सेवाओं को स्मरण करते हुए उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
२- उपाध्यक्ष श्री दिनेश प्रसाद सिन्हा को गंभीर बीमारी से उबरने पर बधाई देते हुए विषम मौसम पधारने के लिये धन्यवाद दिया गया।
२ - महामंत्री की जीवनसंगिनी डॉ. साधना वर्मा की दीर्घ रुग्णता से मुक्त तथा पूर्ण स्वास्थ्य लाभ की कामना की गयी।
३ - उपाध्यक्ष डॉ. नीलमणि दास तथा उनके सहयोगियों को ६-७-२०१४ के कटक सम्मेलन के सफल आयोजन हेतु बधाई दी गयी।
४- कायस्थ समाज रायपुर द्वारा लगभग ११५० वैवाहिक जानकारियों की बृहत् वैवाहिक सूची प्रकाशक तथा स्थानीय सम्मेलन के आयोजक श्री आर. पी. श्रीवास्तव व् सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
५- कायस्थ महासभा लखनऊ द्वारा प्रकाशित की जा रही कायस्थ डायरेक्टरी प्रकाशन के प्रयास की सराहना करते हुए महापरिषद संबंधी जानकारी प्रेषण हेतु महामंत्री को अधिकृत किया गया।
६- जबलपुर स्थित महामंत्री कार्यालय में पूर्ण अभिलेख संधारित किये जाने, सहयोग हेतु स्थानीय पदाधिकारी/कर्मचारी रखे जाने तथा कार्यालय को सक्षम बनाने की आवश्यकता अनुभव करते हुए समुचित व्यवस्था यथाशीघ्र की जाए।
७ - महापरिषद में अब तक नियुक्त पदाधिकारीगण सक्रियता बढ़ायें तथा प्रति मास प्रगति की जानकारी अध्यक्ष व महामंत्री को दें।
८- भविष्य में पदाधिकारियों की नियुक्ति हेतु प्रस्ताव अंचल/प्रकोष्ठ के प्रभारी संयोजक के माध्यम से सदस्यता प्रपत्र व शुल्क सहित प्रांतीय संयोजक / राष्ट्रीय उपाध्यक्ष द्वारा संस्तुत करने के बाद अध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष व महामंत्री की समिति द्वारा सर्वसम्मति से निर्णीत किये जाएँ।
९ - न लाभ न हानि के आधार पर कायस्थ कैलेंडर का प्रकाशन करने का दायित्व श्री दिनेश सिन्हा उपाध्यक्ष उज्जैन के अनुरोध पर उन्हें दिया गया। वे इस हेतु सामग्री, विज्ञापन व धन संकलन, प्रयुक्त कागज़ की किस्म, मुद्रण, प्रतियों की संख्या, मूल्य निर्धारण, वितरण प्रक्रिया आदि का निर्धारण महामंत्री के निर्देशानुसार करेंगे। इस कार्य हेतु महापरिषद कोई आर्थिक सहायता नहीं देगी। संगठन सचिव श्री अरुण सिन्हा ने अपनी पत्रिका में घोषित अनुसार अन्य कैलेंडर प्रकाशन की जानकारी देते हुए उसके यथावत क्रियान्वयन की अनुमति चाही जिसे सर्वसम्मति से मान्य किया गया।
१०- राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के तत्वावधान में वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. उमेशचन्द्र श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में १० दिसंबर २०१४ को संपन्न हुए प्रादेशिक कायस्थ सामूहिक विवाह के लिये डॉ. उमेशचन्द्र श्रीवास्तव उपाध्यक्ष, श्रीमती सुमनलता श्रीवास्तव प्रभारी महिला प्रकोष्ठ, श्रीमती मीना देवी श्रीवास्तव संयोजक महिला प्रकोष्ठ फतेहपुर, श्री अनूप श्रीवास्तव प्रदेश संयोजक, श्री आदित्य श्रीवास्तव प्रदेश सचिव, सभी जिला संयोजकों अंजना निगम कानपूर, सुनील खरे उन्नाव, सुभाषिनी श्रीवास्तव कन्नौज, शिवप्रकाश श्रीवास्तव फतेहपुर, अयोध्याप्रसाद निगम हमीरपुर, अंजली श्रीवास्तव वाराणसी तथा समस्त सहयोगियों वर-वधु पक्षों एवं समाज के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
११- कायस्थ पंचांग, डायरेक्ट्री तथा अन्य प्रकाशनों के लिये सामग्री महामंत्री कार्यालय में भेजी जाने का निर्णय लिया गया। सामग्री के संपादन हेतु महामंत्री आवश्यकता के अनुसार साथियों का चयनकर, अंतिम रूप में सम्पादित सामग्री अनुमोदनार्थ समिति के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
१२- प्रत्येक पदाधिकारी तथा सदस्य अपने कार्य / निवास क्षेत्र में कार्यरत सभी संस्थाओं, सभाओं, मंदिरों, धर्मशालाओं, शिक्षा संस्थाओं, सदस्यों, महापुरुषों प्रतिभाओं, आदि की जानकारी एकत्र कर महामंत्री को उपलब्ध करावें ताकि उनका वर्गीकरण और संपादन किया जा सके।
१३- महापरिषद की वर्तमान सदस्यता सामान्य तथा आजीवन के अतिरिक्त श्रेणियों में सदस्य बनाये जाने की आवश्यकता अनुभव की गयी। इस हेतु प्रस्ताव महामंत्री को भेजे जाएँ। महामंत्री सभी प्राप्त प्रस्तावों का अध्ययन कर अपनी अनुशंसा सहित आगामी बैठक में निर्णय हेतु प्रस्तुत करेंगे।
१४- महापरिषद की गतिविधियों के नियमित प्रकाशन तथा सदस्यों तक पहुँचाने हेतु डॉ. उमेशचन्द्र श्रीवास्तव वरिष्ठ उपाध्यक्ष कानपूर तथा श्री चारुचंद्र खरे बाँदा महामंत्री से तालमेल कर परिपत्र मुद्रण-प्रेषण की व्यवस्था स्थापित करेंगे।
१५- महापरिषद से सम्बद्ध विवादास्पद मुद्दों पर अध्यक्ष तथा महामंत्री के निर्देशानुसार विधिक कार्यवाही करने हेतु श्री अरबिंद सिन्हा प्रशासनिक सचिव पटना तथा श्री अरुण कुमार माथुर सचिव जयपुर को अधिकृत किया गया।
१६- न्यायालय विहित प्राधिकारी / उप जिलाधिकारी मैनपुरी द्वारा अखिल भारतीय कायस्थ महासभा सम्बन्धी विवाद पर दिए निर्णय के प्रकाश में न्यायालय द्वारा वैध निर्णीत समूह के प्रति सद्भावना व् सहयोगभाव व्यक्त किया गया।
१७- श्री महेश निगम सचिव उज्जैन द्वारा प्रस्तुत गौ संवर्धन तथा पशुधन कल्याण योजना संबंधी प्रस्ताव के अध्ययन व कार्यवाही हेतु उन्हें प्रकोष्ठ प्रभारी नियुक्त किया गया। वे सहयोगी सदस्यों के नाम महामंत्री को सुझाएँगे तथा गतिविधि की जानकारी समय-समय पर देंगे।
१८- श्री अम्बरीष सक्सेना अध्यक्ष कायस्थ चेरिटेबल ट्रस्ट जयपुर को तकनीकी प्रकोष्ठ प्रभारी नियुक्त किया गया। वे सहयोगी सदस्यों के नाम महामंत्री को सुझाएँगे तथा गतिविधि की जानकारी समय-समय पर देंगे।
१९- वर्ल्ड कायस्थ कांफ्रेंस १५-३-२०१५ में अध्यक्ष श्री त्रिलोकीप्रसाद वर्मा को उपाध्यक्ष मनोनीत किये जाने पर संयोजक श्री प्रकाशचंद्र सक्सेना हैदराबाद के प्रति धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया।
२०- १४-३-२०१५ को दिल्ली में कार्यकारिणी बैठक आयोजित करने तथा वर्ल्ड कायस्थ कॉन्फरेंस में सहभागिता कर उसे सफल बनाने का निर्णय सर्व सम्मति से हुआ।
२१- भिलाई तथा कटक में प्रस्तावों के परिपालन में पंजीकरण के पूर्व से आजीवन सदस्य रहे निम्न पदाधिकारियों के आवेदन पर उनकी आजीवन सदस्यता निरन्तरित की गयी- श्री त्रिलोकी प्रसाद वर्मा मुजफ्फरपुर, डॉ. उमेशचन्द्र श्रीवास्तव कानपूर, श्री संजीव वर्मा 'सलिल' जबलपुर, डॉ. साधना वर्मा जबलपुर, श्री अरबिंद कुमार सिन्हा पटना, श्री चारुचन्द्र खरे बाँदा, श्री अरुण श्रीवास्तव 'विनीत' भिलाई। उक्त सभी अपने सदस्यता आवेदन भरकर २ चित्रों के साथ महामंत्री को दें ताकि उनके नाम आजीवन सदस्यता पंजी में प्रविष्ट किये जा सकें।
महामंत्री द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक समाप्त हुई।
सम्मेलन :
२८ दिसंबर २०१४ को अपरान्ह पंचायती धर्मशाला सभागार में कायस्थ महापरिषद ध्वज वंदना, अतिथि स्वागत तथा देवाधिदेव श्री चित्रगुप्त जी के पूजार्चन पश्चात आयोजित सम्मेलन में महापरिषद सञ्चालन समिति की कार्यवाही की पुष्टि की गई।समस्त अतिथियों का श्रीफल स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। ततपश्चात 'स्वस्थ्य प्रजातंत्र में भ्रष्टाचार एवं जातिवाद घातक' विषय पर संगोष्ठी में स्थानीय प्रतिनिधियों सर्व श्रीआर. पी माथुर से.नि. मुख्य अभियंता अध्यक्ष बिजासन माता यात्रा समिति, एम. एस. भटनागर अध्यक्ष भटनागर सभा, गोविन्द स्वरूप माथुर, लाडलीमोहन माथुर अध्यक्ष चित्रांश हितकारिणी सभा, गोपीमोहन माथुर अध्यक्ष चित्रांश क्लब, दत्त माथुर अध्यक्ष कायस्थ सभा पश्चिम, देवेंद्र मिलन, गिरिधर माथुर, श्रीमती निर्मलेश माथुर आदि ने विचार व्यक्त किये।
तत्पश्चात महापरिषद के राष्ट्रीय पदाधिकारियों सर्व श्री महेश निगम सचिव उज्जैन, अरुण श्रीवास्तव 'विनीत' संगठन सचिव भिलाई, अरबिंद सिन्हा कोषध्यक्ष पटना, दिनेश कुमार माथुर संयुक्त महामंत्री जयपुर, दिनेश प्रसाद सिन्हा उपाध्यक्ष उज्जैन, चारुचन्द्र खरे उपाध्यक्ष बाँदा, श्री कैलाशपति सहाय उप समन्वयक कोटा ने विषय के विविध पक्षों पर विचार प्रस्तुत किये।
महामंत्री आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' ने भगवान चित्रगुप्त द्वारा सृष्टि उत्पत्ति तथा सञ्चालन, जाति, वर्ण, वंश, अल्ल आदि के निर्माण, जाति तथा जातिवाद में अंतर आदि पर प्रकाश डालते हुए भ्रष्टाचार के विरोध को कायस्थवाद का मूल निरूपित किया तथा राजस्थान फेडरेशन ऑफ़ कायस्थ सोसायटीज के प्रति सम्मेलन के सुचारु आयोजन हेतु आभार प्रगट किया।
डॉ. उमेशचन्द्र श्रीवास्तव वरिष्ठ उपाध्यक्ष कानपुर ने समाज के सामने उपस्थित परिस्थितियों की जटिलता का विश्लेषण करते हुए युवाओं को जोड़ने की उपादेयता प्रतिपादित की।
अध्यक्ष श्री त्रिलोकीप्रसाद वर्मा मुज़्ज़फ़रपुर ने महापरिषद के संस्थापक स्व. लोकेश्वरनाथ सक्सेना को श्रद्धांजलि देते हुए, प्रथम अध्यक्ष श्री अरविन्द कुमारसंभव के योगदान की प्रशंसा की तथा समाज के हित में उनसे साथ आकर योगदान करने का आवाहन किया। संगोष्ठी का सफल सञ्चालन श्री अरूण कुमार माथुर सचिव जयपुर ने किया।
संजीव वर्मा 'सलिल' को चंचरीक सम्मान
चंचरीक साहित्य संवर्धन संस्थान जयपुर द्वारा दिवंगत महाकवि जगमोहन प्रसाद सक्सेना चंचरीक की स्मृति में सूचना केंद्र राजस्थान सरकार के भव्य सभागार में आयोजित समारोह में राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के महामंत्री आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' को उनकी महत्वपूर्ण साहित्यिक सेवाओं के लिए राजस्थान के पूर्व राज्यपाल व मुख्य न्यायाधिपति राजस्थान उच्च न्यायालय श्री नवरंग टिवरेवाल सुविख्यात साहित्यकार श्री सोहनलाल रामरंग दिल्ली के कर कमलों से चंचरीक सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ. रघुनाथ प्रसाद 'उमंग' तथा सुकवि देवेन्द्र मधुकर विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित थे। महापरिषद के पदाधिकारियों ने इस उपलब्धि हेतु श्री सलिल को बधाई दी।
कायस्थों का नव तीर्थ : श्री चित्रगुप्त ज्ञान मंदिर बापू नगर जयपुर
२९ दिसंबर को अध्यक्ष श्री त्रिलोकी प्रसाद वर्मा, महामंत्री श्री संजीव वर्मा 'सलिल' तथा संयुक्त महामंत्री श्री दिनेश माथुर ने बापू बाजार जयपुर स्थित श्री चित्रगुप्त ज्ञान मंदिर में भगवान चित्रगुप्त के दिव्य रूप तथा भव्य भवन के दर्शन किये। कोषाध्यक्ष श्री जगदंबा प्रसाद माथुर ने भवन में उपलब्ध सुविधाओं तथा व्यवस्थाओं की जानकारी दी तथा अतिथियों को स्मारिका भेंट की।
विभिन्न पदाधिकारियों से प्राप्त सुझावों पर अध्यक्ष महोदय के निर्देशानुसार निम्न जनों को सदस्यता प्रपत्र तथा शुल्क प्राप्त होने तथा आगामी बैठक में संपुष्ट किये जाने की प्रत्याशा में उनके समक्ष दर्शित पदों हेतु प्रस्तावित किया जाता है:
सर्व चित्रांश
१. श्री अनूप बरतरिया जयपुर - संरक्षक
२. श्री अवध बिहारी माथुर जयपुर - सलाहकार
३. श्री पंकज श्रीवास्तव कानपूर - सलाहकार
संजीव वर्मा 'सलिल' महामंत्री
facebook: sahiyta salila / sanjiv verma 'salil'
संलग्नक: लैटर पैड प्रारूप :
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