menu

Drop Down MenusCSS Drop Down MenuPure CSS Dropdown Menu

सोमवार, 16 मार्च 2009

सलिल की कलम से...

मुक्तक
सलिल
*
रंग बिरंगी इस दुनिया के सारे रंग फीके पड़ते।

इठलाते जो फूल आज, वे कल बेबस होकर झड़ते।

झगड़ रहे हैं फ़िर भी क्यों हम?, कोई मुझको बतलाये-

'सलिल' सत्य को जाने बिन ही, क्यों जिद करते, क्यों अड़ते?
*

कोई टिप्पणी नहीं: